सख्त हो गए
या शुरू से थे
पत्थर से तुम कभी,
मोम की तरह पिघलना
बहुत कम बोलना
मगर अच्छा बोलना
मेरी हर बात का
मजाकिया जवाब देना
मालूम है हमको
तुम्हारा सब कुछ समझना
मगर मेरे सामनने
ना समझी दिखाना
फ र्क तुम्हें भी पड़ता होगा,
कभी-कभी मेरा ख्याल
भी आता होगा
दिल की गूंजती आवाज को
शातिर दिमाग से खामोश कराना,
अपनी या मेरी
मोहब्बत पर
विराम लगाना
शीशे से दिल को पहले छूना
और फिर छूकर
चकनाचूर कर देना
या शुरू से थे
पत्थर से तुम कभी,
मोम की तरह पिघलना
बहुत कम बोलना
मगर अच्छा बोलना
मेरी हर बात का
मजाकिया जवाब देना
मालूम है हमको
तुम्हारा सब कुछ समझना
मगर मेरे सामनने
ना समझी दिखाना
फ र्क तुम्हें भी पड़ता होगा,
कभी-कभी मेरा ख्याल
भी आता होगा
दिल की गूंजती आवाज को
शातिर दिमाग से खामोश कराना,
अपनी या मेरी
मोहब्बत पर
विराम लगाना
शीशे से दिल को पहले छूना
और फिर छूकर
चकनाचूर कर देना
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