दुनिया बड़ी शातिर है
और उससे भी ज़ियादा
दुनियावाले,
नीम दिल में
और
शहद दिमाग में लिये फिरते है
फिक्र और फर्क की
इस जद्दोजहद में
रोज़ नये-नये किरदार
बदलते रहते है
मोहब्बत के बनते घोंसलों को
देखकर
ना जाने साज़िशों की
नज़रों से उन्हें तोड़ते रहते है
सच को देखकर
अनदेखी
और
झूठ को अपना ईमान बनाकर
दुनिया को गुमराह करते रहते है
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